Pyaar ka pehla naam Radha mohan 17 July 2023 written update full Episode

Pyaar ka Pehla Naam Radha Mohan 17 July 2023 Written Update Full Episode

Pyaar ka pehla naam Radha mohan 17 July 2023 Episode  के written update एपिसोड स्टार्ट होता है जहां पर राधा गुनगुन की नानी की कही हुई बातों को याद कर रही होती है और राधा जैसे ही पीछे मुड़ती है वहां पर मोहन खड़ा होता है। मोहन राधा को रोकने की कोशिश करता है लेकिन राधा बिना कुछ कहे वहां से चली जाती है। अब मोहन भी राधा के पीछे पीछे वहां से चला जाता है। इधर कादंबरी भी वो सारी बातें जान चुकी होती है जो गुनगुन की नानी ने राधा से कही थी। 

इधर दामिनी और कावेरी भी उन लोगों की बातों के मजे ले रही होती है। अब दामिनी बोलती कि इससे पहले राधा मोहन से बात कर पाए, उसका काम हो जाएगा। राधा जाएगी घर से बाहर और उसके बाद मोहन हमेशा हमेशा के लिए मेरा हो जाएगा। अब दामिनी कसम खाती है कि अगर मोहन उसका नहीं हुआ तो किसी और का भी नहीं होने देगी। अब कावेरी दामिनी से बोलती की बिटिया तुम्हारा आत्मविश्वास देख करके हमारा भी आत्मविश्वास बढ़ गया है और पहले तो हमें यही लग रहा था कि तुम्हारा यह प्लान फ्लॉप हो जाएगा।

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           Pyaar ka Pehla Naam Radha Mohan 17 July 2023 Written Update Full Episode

लेकिन अब तुम्हारा आत्मविश्वास देख कर के हमें लग रहा है कि यह प्लान सफल हो जाएगा और अब उस ढाई फुट चुडैल की जान और चोटी दोनों हमारे हाथ में होगी। इधर मोहन राधा को रोकने की कोशिश करता है, लेकिन राधा नहीं रुकती है। अब कादंबरी मोहन के पीछे आ जाती है। मोहन कादंबरी से बोलता है मां, वो राधा। कादंबरी उसके सेंटेंस को पूरा करती है। नाराज होकर चली गई है ना? अब कादंबरी बोलती है तुम्हे नहीं लगता, मोहन की राधा को नाराज होने का पूरा हक है। कादंबरी मोहन से कहती है कि हम मानते हैं कि गुनगुन की नानी ने जो भी सवाल राधा से पूछे, उसका तरीका गलत था। लेकिन सवाल गलत नहीं थे। 

कादंबरी आगे बोलती है कि अब समय आ गया है कि उन सारे सवालों का जवाब देने का अब समय आ गया है। दामिनी और राधा दोनों के बीच में से किसी एक को चुनने का। एक तरफ राधा है जो इस घर परिवार को संभालने में इतनी बिजी हो गई कि वह सारी शर्तें भूल गई। अब समय आ गया है राधा को यह बताने का कि तुम्हारी जिंदगी में राधा की क्या जगह है। मोहन कहता है कि मां मैं तो। लेकिन तभी कादंबरी उसे रोक देती है। कादंबरी आगे बोलती है की यह जवाब हमे नहीं, राधा को देने हैं और कादंबरी वहां से चली जाती है।

इधर राधा अभी भी गुनगुन की नानी की बातों को सोच रही होती है। अब तुलसी वहां पर आ जाती और कहती है राधा, मैं जानती हूं तुम्हे बहुत बुरा लग रहा है, लेकिन यह समय तुम्हारा दुखी होने का नहीं है। राधा यह वक्त है। मोहन से सीधे सीधे सवाल करने का। जाओ उससे पूछो। उससे सीधे सीधे सवाल करो। उससे पूछो कि उसकी जिंदगी में तुम्हारी क्या जगह है?

  1. तभी मोहन वहां पर आ जाता है और तुलसी वहां से गायब हो जाती है। अब राधा अपने आंसू पौंचती है और वहां पर रखा हुआ सामान इधर से उधर करने लग जाती है। मोहन राधा से बोलता है राधा मुझे तुमसे कुछ बात करनी थी। राधा दुखी मन से बोलती है मोहन जी बताइए क्या कहना था आपको? अब मोहन स्टार्ट करता है कि बाहर जो उन्होंने कहा वह।

इतने में वह वहां पर गुनगुन आ जाती और कहती है राधा चलो मम्मा के लेटर्स पढ़ते हैं। अब गुनगुन राधा के साथ ही बैड पर बैठ जाती है, लेकिन तभी मोहन आ करके वह बॉक्स उसके हाथ से छीन लेता है। अब मोहन गुनगुन को डांटता है कि तुम अपने मैनर्स भूल गई हो। किसी के कमरे में ऐसे आते हैं क्या? हम दोनों बात कर रहे थे ना? और यह क्या है? लेटर्स का नया ड्रामा क्या हो रहा है? मोहन गुनगुन से बोलता है देख क्या रही है, तुम तो मेरी मां नहीं हो। मैं तुम्हारा पापा हूं और इन लेटर्स के चक्कर में पड़ना तो तुम्हारे नानी और तुम्हारे मामू का ड्रामा होगा।

गुनगुन बोलती है ऐसा कुछ नहीं है। मेरी मम्मा मुझसे बहुत लव करती थी, इसलिए वह मेरे लिए लेटर्स छोड़कर गई है। अब मोहन कहता है कि तुम्हारी मां का तुम से प्यार करती तो तुम्हें ऐसे छोड़ कर तभी राधा बीच में टोक कर के मोहन को रोक देती है और राधा मोहन के हाथ से वह बॉक्स भी ले लेती है। अब राधा गुनगुन से बोलती, आपको चिट्ठियां पढ़नी है ना?

हम जरूर पढ़ेंगे। पर अभी हमें दफ्तर के लिए और आपको स्कूल के लिए देर हो रही है ना। तो हम शाम को यहां पर आकर पढ़ लेंगे। अब गुनगुन राधा को गले लगा लेती और बोलते यू आर बेस्ट राधा । अब राधा गुनगुन से बोलती है कि अपने पापा की बात का बुरा मत मानिएगा। इनके पेट में थोड़ी सी गड़बड़ है जिसके वजह से बाहर भी गड़बड़ चल रही है। फिर गुनगुन गुस्से मैं बोलती है की ऑफिस जाने से पहले डॉक्टर को दिखा लेना, नहीं तो ऑफिस में भी गड़बड़ करते फिरोगे और अब गुनगुन वहां से चली जाती है। राधा मोहन एक दूसरे को देखते रहते हैं। बस इधर दामिनी कहती है राधा, तुम्हें तो अंदाजा भी नहीं है कि तुमने गुनगुन को उन लेटर्स के रूप में अपनी बर्बादी का सामान थमाया है और डर तो मुझे इस बात का था कि कहीं मोहन मेरा प्लान चौपट न कर दे।

पर अब लग रहा है जैसे किस्मत मेरा ही साथ दे रही है। उसके बाद दामिनी गुनगुन के मामा को फोन लगा देती है। और उसका मामा कॉल पिक कर लेता है दामिनी से बोलती है कि तुम्हारी मां को शक तो नहीं हुआ ना कि सारे लेटर्स नकली हैं। अब वह कहता है कि जिस तरह से मेरी मां उन लेटर्स को देख करके फूट फूट कर रो रही थी ना, उससे तो मुझे नहीं लगता कि उनको शक हुआ होगा। दामिनी बोलती है की इस प्लान को अंजाम तक पहुंचाने के लिए मुझे आगे भी तुम्हारी जरूरत पड़ेगी। फिर गुनगुन का मामा बोलता है जरूर जब भी जरूरत पड़े मुझे याद कर लेना। और वैसे भी मोहन की खुशियों को तबाह करने के लिए मैं किसी भी हद तक जा सकता हूं और अगर गुनगुन भी हमारे पास आ गई तो त्रिवेदी की प्रोपर्टी भी हमारी हो जाएगी। अब दामिनी बोलती है वो सब करने के लिए राधा का घर से निकलना बहुत बहुत जरूरी है।

अब वह कहता है कि उसकी टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। वह लेटर मैंने खुद पढ़े थे और जो खेल आपने रचा ना उसके बाद तो राधा का घर से निकलना तय है। अब दामिनी खुश होते हुए कहती है ऑफकोर्स और उसके बाद वो फोन डिस्कनेक्ट कर देती है। इधर मोहन राधा से बोलता तुमने सुना गुनगुन कैसे मुझसे बात कर रही थी और अब राधा भी बोलती है कि आपने उससे कैसे बात की। इंसान छोटा हो या बड़ा अगर आप उस से इज्जत से बात करेंगे तभी आपको इज्जत मिलेगी और आपको गुनगुन से ऐसे बात नहीं करनी चाहिए थी।

अब मोहन बोलता है मुझे तुमसे बात करनी है तो मैं क्या करता? राधा बोलती लेकिन हमें तो आपसे कोई बात नहीं करनी थी। मोहन कहता है जवाब चाहिए न तुम्हे तो राधा कहती है नहीं। राधा आगे कहती है, देखिए मोहनजी जैसा चल रहा है, वैसे चलने दीजिए। अब मोहन कहता है, मैं इन बातों को लेकर परेशान नहीं हो रहा था। मैं उन लेटर्स को लेकर परेशान हूं। अब राधा पूछते क्यों?

मोहन कहता, पता नहीं क्यों मुझे अजीब सी फीलिंग आ रही है। जो लेटर उसकी नानी उसके लिए लेकर क्या है? ना मुझे डर लग रहा है। कहीं तुलसी न कहीं ऐसा कुछ ना लिख दिया जिससे मेरी बेटी पर असर पड़े और वह मुझसे दूर ना चली जाए। डर लग रहा है मुझे। कहीं तुलसी की वजह से बाप बेटी का रिश्ता न बिगड़ जाए। इतने सालों के बाद में तुम्हारी वजह से मेरे इतने करीब आई है। मैं उसे फिर से खोना नहीं चाहता राधा। अब राधा कहती मोहन जी, माना कि आपके और तुलसी जीजी के रिश्ते में समस्या थी, पर कोई भी मां अपने बच्चे को अपने पिता से दूर करने की कोशिश नहीं कर सकती है। अब राधा मोहन से बोलती।

जरा सोचिए, जब गुनगुन पैदा होने वाली थी तब भी तो आपकी और तुलसी जी की लड़ाई होती थी ना? क्या तब आपको लगा कि तुलसी जीजी आपको आपकी बेटी से अलग कर रही है और मोहन तुलसी के बारे में सोचने लग जाता है? अब मोहन राधा को जवाब देता है नहीं। लेकिन इस बार बात कुछ अलग है। इस बार लेटस को ले करके बहुत अलग सा फील हो रहा है। ऐसा लग रहा जैसे कुछ गलत होने वाला।

राधा अब राधा बोलती है मोहन जी हम आपसे कह रहे हैं उन चिट्ठियों का आराम से सुनिए। उन चिट्ठियों में आपकी बेटी है और कोई भी आपको आपकी बेटी से अलग नहीं कर सकता है और गुनगुन आपसे बहुत सारा प्यार करती है। मोहन जी और आप चिंता क्यों कर रहे मोहन जी हम हैं ना। हम कभी भी कुछ गलत नहीं होने देंगे। मोहन बोलता है सच मेंरा धा पूरी दुनिया में एक ही पीस हो तुम।

तुम्हारी मुंहबोली मां तुम्हें इतना भड़काकर चली गई। मेरी जिंदगी में तुम्हें तुम्हारे लिए जगह ढूंढने के लिए मजबूर कर दिया और मैंने अभी तक तुम्हें जवाब नहीं दिया। और तुम हो जो हमारे ही फ्यूचर के बारे में सोच रहे हो। तुम अभी भी गुनगुन और मुझे लेकर के परेशान हो। अब मोहन बोलता कि अभी तक जो हुआ ना उन सब चीजों को छोड़ो लेकिन मैं आज तुम्हारे सारे सवालों के जवाब दूंगा और अब मोहन राधा के बहुत ज्यादा करीब आ जाता है और अब राधा मोहन एक दूसरे में खो जाते हैं। और अब राधा मोहन करीब आ ही रहे थे।

तभी वहां से एक करके आवाज आती है मोहन मोहन शेखर से बोलता है बहुत गलत टाइम है भाई तू। वैसे तो इतने दिन था कहां? अब शेखर बोलता मुझे तो आना ही था। जो पेपर तूने मंगवाए थे वो में ले आया हूं। मोहन हैरान होते हुए पूछता है पेपर? अब शेखर कहता है मुझे तो लगा तुम दोनों के बीच सबकुछ ठीक है। लेकिन अब राधा बोलती लेकिन क्या शेखर भैया अब शेखर उसे अजीब तरह से देख रहा होता है। अब राधा बोलती है पेपर्स किस चीज के हैं। अब शेखर बोलता है छह महीने पूरे हो गए और वह पेपर्स मोहन को देते हुए बोलता रहा है तुम्हारे डिवोर्स के पेपर्स। राधा के पैरों तले जमीन खिसक जाती है। मोहन भी हैरान हो जाता है। मोहन उन डिवोर्स के पेपर्स को देखता है। मोहन राधा को देखता है। राधा की आंखों में आंसू आ जाते हैं। राधा अपने आंसू पोछते और बैग उठाकर के जाने लग जाती है। तभी मोहनउ से रोक लेता है।

अब राधा पलटती और कहती है मोहनजी हमने आपसे जवाब मांगा नहीं था, पर हमें सारे जवाब मिल गए। आप इन कागजों पर दस्तखत कर दीजिएगा, फिर बाद में हम भी कर देंगे। अब राधा मोहन से कहती है राधे राधे मोहन जी। और वह वहां से चली जाती है।

और Pyaar ka pehla naam 17 July 2023 Episode यहीं खत्म हो जाता है।

बस यहीं था आज के Pyaar ka pehla naam Radha mohan 17 July 2023 written update full episode एपिसोड मैं l

जुड़े रहिये राधा मोहन के और एपिसोड के बारे में जान ने के लिए।

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