Pyaar ka pehla naam Radha mohan 29 July 2023 written update full Episode
radha mohan 29 july 2023 आज का एपिसोड स्टार्ट होता है जहां पर मोहन लेटर पढ़ रहा होता है और तुलसी मोहन से कहती हैं कि मोहन यह लेटर मैंने नहीं लिखा तुम्हे राधा पर भरोसा करना होगा। अब कादंबरी मोहन से बोलती है मोहन कुछ बोलो तो सही वह लोग राधा को लेकर के जा रहे हैं। क्या लिखा है इस लेटर के अंदर?
अब केतकी भी बोलती है मोहन भैया कुछ तो बोलिए। मोहन का लेटर पढ़ने के बाद बड़ा बुरा हाल होता है और वह जमीन पर बैठ जाता है। मोहन का यह हाल देखकर सब लोग परेशान हो जाते हैं। अब दामिनी बोलती है कि कंट्रोल दामिनी, अभी मोहन को अपने आप को संभालना होगा। कितना भी तुम्हारा मन करे उसे से संभाल लेगा, लेकिन अभी कोई फायदा नहीं है उस चीज का।
radha mohan 29 july 2023
इधर पुलिस वाले राधा को लेकर के जा रहे होते हैं और राधा चीखती है बोलती है मोहन जी हमें बचा लीजिए, हमने कुछ नहीं किया है। अब कादंबरी मोहन के पास आकर बोलती है कि मोहन कुछ करो। वह लोग हमारी राधा को लेकर के जा रहे हैं। कुछ करके रोक लो ने। अब केतकी बोलती, मोहन भैय्या, गुनगुन को जरूर कोई गलतफहमी हुई है। आप समझाइए न गुनगुन को। राधा ऐसा कभी नहीं कर सकती है। अब राधा की दादी बोलती है मोहन बेटा, गुनगुन को समझाओ। राधा ऐसा बिल्कुल नहीं कर सकती है। अब राधा के बाबा बोलते हैं तुम तो जानते हो
मोहन बेटा कि हमारी बेटी बेकसूर है। वो किसी की जान नहीं ले सकती। अब कादम्बरी मोहन से बोलती है। मोहन बेटा क्या लिखा इस लेटर में कुछ तो बताओ। अब कादम्बरी बोलती है कि मोहन कुछ तो बोले बेटा। मोहन उठता है और वहां से जाने लग जाता है। मोहन कुछ भी नहीं बोलता और वो चुपचाप जा रहा होता है। घरवाले सारे परेशान होते हैं कि मोहन कुछ बोल क्यों नहीं रहा है। घर के सभी लोग मोहन को रोकने की कोशिश करते हैं, लेकिन मोहन चलता चला जाता है।
अब मोहन अपने कमरे में आ जाता है और अपने कमरे का दरवाजा बंद कर लेता है। दामिनी अपने मन में सोचते कि अब आएगा मजा। तुम लोग चाहे मोहन को कितना भी समझा लो लेकिन मोहन वही सोचेगा जो मैं सोच रही हूं। और वेलडन दामिनी। तुमने गुनगुन को हथियार बनाकर क्या सही खेल खेला है? अब कादम्बरी वहां पर आए सभी लोगों से हाथ जोड़कर बोलते कि आप सभी लोग अपने अपने घर जाएं।
आज पूजा नहीं करेंगे और वहां पर आए सभी लोग वहां से चले जाते हैं। इधर पुलिस स्टेशन के अंदर पुलिसवाले राधा को घसीटते हुए लेकर जाते हैं। राधा उसका विरोध कर रही होती है कि हमने कुछ नहीं किया है, हमें जाने दो।
अब राधा इंस्पेक्टर से बोलती हमने कुछ नहीं किया, हमें जाने दो। तभी इंस्पेक्टर राधा एक जोरदार थप्पड़ मारती है। बोलती है ज्यादा चूं चपड़ नहीं कर चुपचाप अंदर चल। इधर मोहन अपने कमरे में रो रहा होता है और राधा की बातें याद कर रहा होता है।
इधर इंस्पेक्टर राधा को एक सफेद साड़ी देती और कहती है के कपड़े बदल लें अब राधा बोलती है कि तीज के दिन सफेद साड़ी। मैडम जी आज के दिन यह सफेद साड़ी नहीं पहन पाएंगे। अब इंस्पेक्टर बोलती है कपड़े बदल ले। अब राधा दोबारा बोलती है नहीं मैडमजी, हम नहीं पहनेगे ।
अब वह इंस्पेक्टर दोबारा से राधा को एक थप्पड़ मारती है और इंस्पेक्टर बोलती है । कपड़े बदल लें। अब कपड़े बदलेगी या फिर और मार खाएगी। अब इंस्पेक्टर राधा को साड़ी थमा देती है और अब राधा रोने लग जाती है। इधर कादम्बरी गुनगुन से पूछते है कि गुनगुन तुम अपनी राधा पर ऐसा इल्जाम कैसे लगा सकती हो? वह तुम्हारी मम्मा है बेटा।
अब गुनगुन बोलती है नहीं दादी, वह मेरी मम्मा नहीं है। वह तो मेरी मम्मा की किलर है। अब दामिनी अपने मन में सोचते है की गुनगुन बताओ सबको कि कितनी बुरी है राधा, तुम्हारी मां की कातिल है राधा अब गुनगुन बोलती। राधा बहुत ज्यादा बैड है, बहुत ज्यादा बैड है। अब केतकी बोलती है गुनगुन तुम ये क्या बात कर रहे हो?
अब गुनगुन बोलती है आप लोगों को मेरी बात का यकीन नहीं हो रहा है ना तो खुद ये लेटर्स पढ़ लो। और अब उन सबको एक एक लेटर पढा देती है। अब दामिनी अपने मन में कहती कि पढो पढो तुम सब लोग पढो की तुम्हारी चहेती राधा ने तुम लोगों के साथ क्या क्या किया है और आज तुम्हे तुलसी खुद बताएगी कि राधा ने उसके साथ क्या क्या किया था और अब कादम्बरी वह लेटर पढ़ती है। मैं तुम्हारे पापा के साथ खुश हूं। पूरी फैमिली मुझसे बहुत प्यार करती है। जबसे सबको पता चला है कि मैं प्रेग्नेंट हूं।
तोह केतकी , मां, मोहन मुझे एक पल के लिए भी अकेला नहीं छोड़ते हैं। मुझे यकीन है कि लडकी होगी, इसलिए मैंने तुम्हारा नाम भी रख दिया गुनगुन। अब तुलसी बोलती है , यह सब कुछ झूठ है। प्लीज आप इस लेटर पर भरोसा मत कीजिए। अब केतकी अपना लेटर पढ़ती है। गुनगुन मैं तुम्हें आज कुछ ऐसा बताने जा रही हूं जो मैंने आज तक किसी को नहीं बताया और ना कभी किसी को बता पाऊंगी। कोई है जिससे मुझे बहुत डर लगता है।
वह दिखने में बहुत भोली है लेकिन बहुत शातिर है। उसकी नजर हमेशा से तुम्हारे पापा पर है और इसलिए बार बार हमारे घर आती रहती है। अब केतकी दामनी को देखकर क्या कहती है यह पक्का दामनी के बारे में ही बात कर रही हैं। अब दामिनी कहती हैं कुछ भी। अब गुनगुन बोलती नहीं बुआ आप आगे बढ़ो। अब केतकी आगे लेटर पड़ती है।
वह बरसाने से आती है अपनी दादी के साथ राधा बुरी तरह से मोहन के पीछे पड़ी है।हमेशा उसके आगे पीछे घूमती रहती है। जब मैने उसे रोकना चाहा तो उसने मुझे मारने की कोशिश की। किसी तरह मैंने अपनी जान बचाई। मैं जानती हूं कि वह लड़की पीछे नहीं हटेगी।
उसे जो करना है, वह करके रहेगी। मैंने किसी को यह बात नहीं बताई क्योंकि सब लोग मुझे पागल समझेंगे क्योंकि वह लड़की 13 14 साल की है। पर गुनगुन वह बहुत खतरनाक है। दामिनी तो तुम्हारे पापा से प्यार करती है, पर इस लड़की के चेहरे पर तुम्हारे पापा को पाने का भूत सवार है। इसलिए मुझे इस लड़की से बहुत डर लगता है।
इधर पुलिस स्टेशन के अंदर राधा साड़ी चेंज करके आ जाती है। अब पुलिस उस से सारे गहने भी उतार लेती है ।राधा इंस्पेक्टर से बोलती है मैडम जी, हमारी एक बार बात सुन लीजिए, हम गलत नहीं हैं। हमने कुछ भी नहीं किया है। अब इंस्पेक्टर बोलती है हर मुजरिम पकड़े जाने के बाद यही बोलता है चुपचाप निकाल सारे गहने।
अब राधा अपने सारे गहने उतार कर टेबल पर रख देती है। अब इंस्पेक्टर मोहन के नाम वाला मंगलसूत्र भी उतारने के लिए कहती है। अब राधा बोलती नहीं है। हम नहीं निकाल सकते। ये हमारे सुहाग की निशानी है। अब इस पर चिल्लाते हुए इंस्पेक्टर बोलती है निकाले इसे । अब राधा भी चीखते हुए बोलती नहीं मैडम, हम इसे नहीं निकाल सकते। हमारे सुहाग की निशानी है।
अब इंस्पेक्टर गुस्सा आ जाता है और वह खुद उसका मंगलसूत्र उतारने के लिए हाथ आगे बढ़ाती है। राधा उस इंस्पेक्टर का हाथ पकड़ लेती है। अब राधा बोलती है हमने बोला ना हम ये मंगलसूत्र नहीं उतार सकते। अब इस पर गुस्सा आता है और वो जबरदस्ती मंगलसूत्र
उतारने के लिए करती है। इसी बीच में दोनों के बीच में हाथापाई जैसी हो रही होती है। राधा कहती कि मैं नहीं निकालने दूंगी और इंस्पेक्टर बोलती है मुझे निकालना है। इस पर राधा के फिर चांटा मार देती है और फिर वो दोबारा से कोशिश करने लग जाती है। उसका मंगलसूत्र उतारने की। अब इस पर इंस्पेक्टर बोलती है बहुत ढीठ है तू तू ऐसे नहीं मानेगी और वह डंडा मंगा लेती है
और अब इंस्पेक्टर राधा को डंडे से पीटने लग जाती है। काफी देर पिटने के बाद राधा बोलती है कि चाहे आप हमारी जान ही क्यों न ले लें पर यह मंगलसूत्र हम नहीं उतारेंगे। तो तभी एक कांस्टेबल बुलाती और से कहती है कि इसको लेकर के लॉकअप में जाए और अब कॉन्स्टेबल राधा को पकड़कर ले जाती है।
इधर अजीत लेटर पड़ता है कि मैं तुम्हारे पापा का घर छोड़ करके अपनी मां के घर आ गई। लेकिन यहां पर भी राधा ने मेरा पीछा नहीं छोड़ा। अब अजीत आगे बढ़ता है। मैने उसे अपने घर के सामने खड़ा हुआ देखा तो जैसे तैसे उसे मारकर भगा दिया। पर वह मुझे धमकी देकर गई है कि वह मोहन को मुझसे छीन कर अपना बना लेगी।
अब मोहन के पापा लेटर आगे पढ़ते हैं। राधा बार बार घर के बाहर दिखाई देती है। मैं प्रेग्नेंट हूं तो मुझे और ज्यादा डर लगता है कि कहीं वह तुम्हें कुछ ना कर दे। मैंने पुलिस में कंप्लेंट करने की भी कोशिश की, लेकिन पुलिस वालों ने मेरी बात नहीं मानी क्योंकि राधा सिर्फ 14 साल की थी। अब कादम्बरी खुद उस बॉक्स से एक लेटर निकालकर के पढ़ती है। मेरी नन्ही परी
गुनगुन आज मैंने तुम्हें जन्म दिया तो सोचा इतनी बड़ी खुशी तुम्हारे पापा के साथ शेयर करूंगी। उन्हें फोन करके अपनी सारी लड़ाइयां खत्म कर दूंगी। पर जब मैंने उन्हें फोन किया तो राधा को अपने पास देखा और वह तब तुम्हें ऐसे घूर कर देख रही थी, जैसे कि वह तुम्हें मार डालेगी। मैंने उसे बहुत मुश्किल से भगाया। पर इस घर में मैं अकेली हूं।
मुझे डर है कि राधा फिर यहां पर आएगी और कुछ न कुछ गलत करेगी। अब तुलसी बोलती है, मै जानती हूँ कि राधा ऐसा नहीं कर सकती है। यह सब कुछ गलत लिखा हुआ है। अब कादंबरी के हाथ से लेटर छूट जाता है और अब तो ऐसा लग रहा जैसे कादंबरी को भी एक बहुत बड़ा सदमा लगा है।
अब तुलसी अजीत से बोलती। अजीत भैया, आप तो जानते हैं न राधा को? आप तो उसे अपनी बहन मानते हैं। उसने ऐसा कुछ नहीं किया है। अब केतकी उस बॉक्स में से एक दूसरा लेटर निकालती है। उसे पढ़ना शुरू करती है। केतकी पढ़ती है आज मैंने राधा को अपने घर के बाहर एक मसाल के साथ देखा था। गुनगुन राधा तुम्हें और मुझे चोट पहुंचाना चाहती है। गुनगुन, मुझे अपना कोई डर नहीं, पर मुझे तुम्हारे लिए डर लग रहा है।
बस तुम्हारे पापा जल्दी से आकर के तुम्हें ले जाए यहां से मुझे लग रहा है कि यह मेरा आखिरी खत होगा और अगर यह लेटर तुम्हें मेरी मौत के बाद मिले तो यह समझ जाना कि मेरी हत्या राधा ने की है। अब दामिनी अपने मन में सोचती कि इस बार जो जहर मैंने तुम्हारी जिंदगी में घोला है राधा , वह इस बार तुम मोहन से ही क्या इस पूरे परिवार से दूर कर देगा। एक एक सदस्य तुम्हारा दुश्मन बन जायेगा।
और Pyaar ka pehla naam Radha Mohan 29 July 2023 Episode यहीं खत्म हो जाता है।
बस यहीं था आज के Pyaar ka pehla naam Radha mohan 29 July 2023 written update full episode एपिसोड मैं ।
जुड़े रहिये और Pyaar ka pehla naam Radha mohan written Update episodes के बारे में जान ने के लिए।
अगर आपने radha mohan का पहले का episode नही देखा है तो ये रहा उसका लिंक और यदि आप Anupama serial update देखते है तो उसका आज का एपीसोड का लिंक दिया हुआ है।
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