आखिर क्यों मनाया जाता है  Raksha bandhan का त्यौहार 

image by - social media

पाताल के राजा बलि को देवी लक्ष्मी ने राखी बांध कर उन्हें अपना भाई बनाया एवं भगवान नारायण को स्वतंत्र कराया, वह दिन सावन पूर्णिमा का था।

image by - social media

12 वर्षों तक इंद्र एवं दैत्य में युद्ध चला, अपने 12 वर्ष अर्थात उनके 12 दिन के युद्ध में  इंद्र थक गए एवं दैत्य हावी हो रहे थे।

image by - social media

इंद्र उस युद्ध से स्वयं की प्राण रक्षा कर के पलायन करने के लिए तैयार थे। 

image by - social media

इंद्र की यह व्यथा सुनकर इंद्राणि गुरु के शरण में चली गयी गईं।

image by - social media

गुरु बृहस्पति ने ध्यान लगाकर इंद्राणी से कहा यदि 'आप अपने पतिव्रत बल का प्रयोग करके यह संकल्प करें कि मेरे पति देव सुरक्षित रहें,

image by - social media

एवं इंद्र की दाहिनी कलाई पर एक धागा बांधें तो इंद्र युद्ध जीत जाएंगे।'

image by - social media

इंद्र विजयी हुए एवं इंद्राणी का संकल्प साकार हुआ

image by - social media

भविष्य पुराण में बताए अनुसार रक्षाबंधन यह मूलतः राजाओं के लिए था

image by - social media

राखी की एक नई पद्धति इसी वजह से से प्रारंभ हुई।

image by - social media